इन पंक्तियों के द्वारा मैंने अपने seniors के farewell में उनके साथ बिताये लम्हों, उनके प्यार और उनका अपनापन के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने की कोशिश की थी...
"आप चले जायेंगे
पर थोडा सा यहाँ भी रह जायेंगे...
जैसे रह जाती है,
पहली बारिश के बाद;
हवा में धरती की सौंधी सी गंध
आप चले जायेंगे ,
पर थोड़ी सी हसी ,
आँखों की थोड़ी सी चमक,
आपके उदगार यहाँ रह जायेंगे
आप चले जायेंगे,
पर हमारे पास रह जाएगी,
प्रार्थना की तरह पवित्र
आपकी उपस्थिति ,
और ह्रदय में बसी
आपकी स्मृति......"
"आप चले जायेंगे
पर थोडा सा यहाँ भी रह जायेंगे...
जैसे रह जाती है,
पहली बारिश के बाद;
हवा में धरती की सौंधी सी गंध
आप चले जायेंगे ,
पर थोड़ी सी हसी ,
आँखों की थोड़ी सी चमक,
आपके उदगार यहाँ रह जायेंगे
आप चले जायेंगे,
पर हमारे पास रह जाएगी,
प्रार्थना की तरह पवित्र
आपकी उपस्थिति ,
और ह्रदय में बसी
आपकी स्मृति......"
2 comments:
VERY VERY TOUCHING ..............
hmm...
Post a Comment